धृतराष्ट्र : "मैं बहुत खुश हूँ प्रिये, तुमने मुझे 100 पुत्र दिये।"
गंधारी: "ये संभव ना होता स्वामी, अगर आप अंधे ना होते।"
धृतराष्ट्र: "क्या मतलब ? क्या ये सौ पुत्र मेरे नहीं हैं तो किसके है?"
गांधारी: "क्या पता? मैनें भी ते आखों पर पट्टी बाँध रखी है !
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फौजी तीन साल बाद जंग से वापस घर आया। खिड़की के पास उदास बेठा था। बीवी 3 साल से से.....क्स की भूखी थी, दुपट्टा गिरा कर बोली, "देखो हवा ने मेरा क्या उडा दिया।"
फौजी चुप्प।
फिर बीवी ने कुर्ती निकाली और बोली, "देखो हवा ने मेरा क्या उड़ा दिया।"
फौजी फिर चुप।
बीवी ने फिर सलवार और पेंटी उतारी और बोली, "देखो हवा ने मेरा क्या उड़ा दिया।"
फौजी को गुस्सा आ गया। उसने अपनी पेंट उतारी और बोला, "देखो बम्ब ने मेरा क्या उड़ा दिया।"
अब...बीवी चुप्प।
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